गतांक से आगे
यहाँ से हमने छत्तरपुर की ओर प्रयाण किया | यहाँ माता दुर्गा का एक अति
प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे कात्यायनी देवी का मंदिर भी कहा जाता है | मंदिर में माता
दुर्गा की संगमरमर की मूर्ति प्रतिष्ठित है और मंदिर आधुनिक होते हुए भी प्राचीन
शिल्प-कला की झलक प्रस्तुत करता है | परिसर में अति प्राचीन एक वृक्ष है और अन्य
देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं | छत्तरपुर के इस मंदिर का दर्शन करने
के उपरांत बगल में काफी सीढियां चढ़ने के पश्चात गणेश-लक्ष्मी जी के मंदिर गये |
यहाँ गणेशजी-लक्ष्मीजी का विग्रह पद्मासन मुद्रा में अवस्थित है |
छत्तरपुर-कात्यायनी देवी-यात्रा दिल्ली की
क्रमश:
संपत देवी
मुरारका
अध्यक्षा:
विश्व वात्सल्य मंच
लेखिका
यात्रा विवरण
मीडिया
प्रभारी
हैदराबाद
No comments:
Post a Comment